- मीजल्स-रूबेला वैक्सीनेशन कैंपेन के तहत बनाया माइक्रो प्लान

- शासन की फटकार के बाद हरकत में आया सीएमओ ऑफिस

DEHRADUN: मीजल्स-रूबेला वैक्सीनेशन कैंपेन पर शासन की फटकार के बाद सीएमओ ऑफिस ने अपना माइक्रो प्लान विभाग को सौंप दिया है। बताया गया है कि अब इस अभियान के तहत 5, 13,302 बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। बताया गया है कि अभियान के लिए 258 एएनएम व एचबी कार्मिकों का ड्यटी चार्ट भी तैयार कर लिया गया है।

अपर सचिव ने दी थी चेतावनी

देशभर में चल रहे मीजल्स व रूबेला अभियान के तहत सूबे में भी पहले 11 सितंबर से वैक्सीनेशन किया जाना था। लेकिन, दून व हरिद्वार जिलों में तैयारियां पूरी न हो पाने के लिए कारण अभियान की तारीख पीछे खिसकाते हुए 30 अक्टूबर निर्धारित की गई। इस बीच तैयारियां पूरी न होने पाने के कारण पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान अपर सचिव स्वास्थ्य डॉ। पंकज पाण्डेय ने दून व हरिद्वार के सीएमओ की जमकर क्लास लगाई थी और अभियान की तैयारी के लिए अल्टीमेटम भी दिया था। यही नहीं, इसके बाद भी ब्लॉक लेवल से माइक्रो प्लान में तेजी न आने पर डीजी हेल्थ ने सीएमओ दून को नोटिस भी जारी किया था।

5,13,302 बच्चों का रखा लक्ष्य

अब सीएमओ कार्यालय ने दून जिले का माइक्रो प्लान मुख्यालय को सौंप दिया है। मीजल्स व रूबेला प्रोग्राम को देख रहे एसीएमओ डॉ। यूएस चौहान ने बताया कि इस अभियान के तहत 5,13,302 बच्चों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है। 30 अक्टूबर से शुरू हो रहे अभियान के तहत दो सप्ताह तक स्कूलों में अभियान चलाया जाएगा। उसके उपरांत गली-मोहल्लों में टीमें जाएंगी। इसके बाद छूट गए बच्चों के लिए स्पेशल टीम मूव करेगी।

टास्क फोर्स का होगा गठन

एक टीम द्वारा 150 बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 258 एएनएम व एचबी कार्मिकों का ड्यूटी चार्ट तैयार कर लिया गया है। इसके लिए 3014 सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों की लिस्ट तैयार की गई है। हालांकि बताया गया है कि करीब 18 गैर सरकारी स्कूल अभी भी पकड़ से बाहर हैं। लेकिन कई ऐसे प्राइवेट स्कूल हैं, जिन्होंने अपने डॉक्टरों की मदद से वैक्सीनेशन कराने पर मंजूरी दी है। इस अभियान को सफल बनाए जाने के लिए बाकायदा डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स (डीटीएफ) का भी गठन किया जाएगा।