- सीएमएस में शुरू हुआ अंतर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन

- 60 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और मुख्य न्यायाधीश कर रहे शिरकत

LUCKNOW : विश्व के सभी देश मिलकर संसार को सुरक्षित बनाने के लिए सहयोग करें। साथ ही भावी पीढ़ी को स्वच्छ व भय रहित समाज उपलब्ध कराने में ठोस पहल भी करें। ये बातें डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन में कही। उन्होंने दीप जलाकर स्वागत समारोह का उद्घाटन किया। इस समारोह में 6 देशों के पूर्व व वर्तमान राष्ट्र अध्यक्ष एवं 57 देशों से आए मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविदें को संबोधित करते डिप्टी सीएम डॉ। शर्मा ने मानव अधिकारों के लिए सोचने व विश्वभर के मुख्य न्यायधीशों को एक मंच पर लाने के लिए सीएमएस की प्रशंसा की और कहा कि बच्चे हमारा भविष्य हैं और उनका हित हमारे लिए सर्वोपरि होना चाहिए।

एकता की भावना हमारे संविधान का आधार

इस अवसर पर भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 'एकता की भावना' ही हमारे संविधान का मूल आधार है जो न सिर्फ देश को बल्कि सारे विश्व को एकता, शांति व सौहार्द से मिल जुलकर रहने को प्रेरित करती है।

ईमानदारी और खुले दिन से करें प्रयास

सम्मेलन में सीएमएस प्रेसीडेंट प्रो। गीता गांधी किंगडन ने भी न्यायविदें व कानूनविदें का स्वागत करते हुए कहा कि मानव के ज्ञान, रचनात्मकता एवं क्षमता से एक शांतिपूर्ण विश्व की स्थापना निश्चित रूप से संभव है, बस जरूरत इस बात की है कि इस उद्देश्य के लिए ईमानदारी व खुले दिल से प्रयास किया जाए।

सिर्फ अपने नहीं, पड़ोसी के बारे में भी सोचें

सम्मेलन से पहले पत्रकारों से रूबरू हुए न्यायाधीशों एवं कानूनविदों ने विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए स्कूल की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है दुनिया के देशों में एकता की। हम केवल अपने बारे में न सोचें बल्कि अपने पड़ोसी के बारे में भी सोचें। अब समय आ गया है कि सारा संसार एक अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था में बंध जाए, तभी विश्वव्यापी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर सीएमएस संस्थापक डॉ। जगदीश गांधी ने अतिथियों का स्वागत किया।