-हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सीबीआई ने पुलिसकर्मियों से की लंबी पूछताछ

-विधायक सेंगर व भाई अतुल को लखनऊ जेल लाने की भी तैयारी

LUCKNOW

उन्नाव रेप कांड की जांच में जुटी सीबीआई का शिकंजा विधायक के मददगार पुलिसकर्मियों पर कसने लगा है। गुरुवार को सीबीआई टीम ने माखी थाने के निलंबित तत्कालीन एसओ अशोक सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों से लंबी पूछताछ की। इतना ही नहीं, हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सीबीआई जांच का दायरा अब और बढ़ेगा। सीबीआई आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उन्नाव जेल से लखनऊ जेल लाने की भी तैयारी कर रही है।

एसआईटी की जांच में पुलिसकर्मियों मिले दोषी

उन्नाव कांड में सीबीआई पीडि़त किशोरी से दुष्कर्म व उसके पिता की हत्या के मामले में सिलसिलेवार जांच कर रही है। सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट पर हाईकोर्ट ने कई बिंदुओं पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दरअसल, पीडि़त किशोरी के पिता की हत्या के मामले में उन्नाव के माखी थाने के तत्कालीन एसओ समेत अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका सवालों के घेरे में रही है। खासकर पीडि़ता के घायल पिता को जेल भेजने के लिए उसके कब्जे से तमंचे की बरामदगी का सवाल सबसे बड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, एसआइटी की जांच रिपोर्ट में स्थानीय पुलिस के खेल सामने आए थे।

तमंचे को लेकर सवाल

सीबीआई ने माखी थाने के पूर्व एसओ समेत मामले में निलंबित किए गए पांच पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। उनके बयान भी दर्ज किए गए। खासकर यह पूछा गया कि पूरी कार्रवाई वे किसके दबाव में कर रहे थे। पुलिसकर्मियों से पूछताछ में ही यह भी साफ होगा कि तमंचे की बरामदगी का खेल किस स्तर से हुआ था। सीबीआई साक्ष्य जुटाकर आरोपी पुलिसकर्मियों की जल्द गिरफ्तारी भी कर सकती है। सीबीआई के सामने अब पीडि़त किशोरी के पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह को तलाशने की भी चुनौती है। सीबीआई विधायक के कई करीबियों की भूमिका के बारे में भी गहनता से छानबीन कर रही है ताकि टिंकू तक पहुंचा जा सके।