नई दिल्ली (पीटीआई)। देश में एक बार फिर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए आवाज उठ रही है। आज विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेतृत्व में देश की राजधानी दिल्ली में बड़ी संख्या विहिप कार्यकर्ता व संत समाज व राम भक्त दिल्ली में जुटे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से ठीक पहले यह रैली अायोजित कर राम मंदिर के निर्माण के लिए बिल पेश करने की मांग हो रही है। आज इस धर्म संसद में करीब 5 लाख लोगों के जुटने की अनुमान है।

धर्मसभा को ये लोग करेंगे संबोधित
वीएचपी का कहना है वह आश्वस्त है कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान विधेयक पेश किया जाएगा जिससे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ होगा। इस संबंध में विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल का कहना है कि आज रामलीला मैदान में धर्म संसद को आरएसएस के कार्यकारी प्रमुख सुरेश भैय्याजी जोशी, विहिप के अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे और अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार संबोधित करने वाले है।  

लोगों का हृदय परिवर्तन हाे जाएगा
इस रैली से अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक लाने का समर्थन नहीं करने वाले सारे लोगों का हृदय परिवर्तन हाे जाएगा। वहीं विहिप के महासचिव सुरेंद्र जैन का कहना है कि अगर किसी स्थिति में संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक नहीं लाया गया तो अगली धर्म संसद आगे क्या करना है इसका फैसला लिया जाएगा। अगली धर्म संसद आगामी  31 जनवरी और एक फरवरी को महाकुंभ के अलग इलाहाबाद में होगी।

विहिप अनुष्ठान का कार्यक्रम चलाएगी
ध्यान रहे कि विगत 25 नवंबर को अयोध्या में संतों ने धर्मसभा में मुस्लिम पक्षकारों से राम जन्मभूमि सौंपने की मांग के साथ चेतावनी दी थी कि अगर अध्यादेश की नौबत आई तो काशी और मथुरा भी लेंगे। संतों ने दिल्ली में नौ दिसंबर को सभा बुलाई है। धर्मसभा के इस एजेंडे को संत विस्तार देंगे। वहीं विश्व हिंदू परिषद इस महीने 18 दिसंबर से शुरू होकर 26 दिसंबर मंदिर निर्माण के लिए अनुष्ठान का कार्यक्रम चलाएगी।

 

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