- मतदान का प्रतिशत 60 फीसदी के पार नहीं, 2014 के मुकाबले पुरुष-महिला वोटरों का मतदान प्रतिशत घटा

- पुरुष और महिला वोटरों के मतदान प्रतिशत में मात्र दो फीसदी का अंतर, पिछली बार जैसे आंकड़े

bareilly@inext.co.inBAREILLY: लोकसभा चुनाव में बरेली संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कई जागरुकता अभियान चलाए. इसके बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ. 2014 के आम चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान केंद्रों तक पहुंचने वाले वोटरों की संख्या 1.83 प्रतिशत घट गई. जबकि 2014 के मुकाबले मतदाताओं की संख्या में 7.93 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. ऐसे में इस बार मतदान का प्रतिशत 60 फीसदी के आंकड़े को भी नहीं छू पाया. ऐसा इसलिए है क्योंकि इस बार महिला और पुरुष वोटरों के मतदान प्रतिशत में कमी आई है, जबकि प्रशासन ने इन्हीं के भरोसे 82 फीसदी मतदान का लक्ष्य रखा था. इससे जाहिर है कि बरेली के मतदान में कई मतदाताओं नेरुचि नहीं दिखाई.

पुरुष-महिला वोटरों में दो फीसदी का अंतर

2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान करने के मामले में महिलाओं के रुझान में कोई खास अंतर नहीं आया. हालांकि 2014 के मुकाबले इस बार .58 प्रतिशत महिला वोटरों ने कम ही मतदान किया. दोनों ही चुनावों में महिला वोटर मतदान के मामले में पुरुष मतदाताओं से भी पीछे रहीं. इस बार में पुरुषों के मुकाबले महिला वोटिंग दो प्रतिशत कम रहीं. इस बार पिछले चुनाव की तुलना में पुरुष वोटरों की संख्या तो बढ़ी, लेकिन मतदान 2.84 प्रतिशत घट गया.

जागरुकता कार्यक्रम बेअसर, सरकारी व्यवस्था ने भी दौड़ाया

मतदाताओं को जागरूक कर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन ने कई कार्यक्रम चलाए, लेकिन इसका कोई फायदा होता नहीं दिखाई दिया. ऊपर से मतदान के दिन कई वोटरों को सरकारी खामियों की वजह से बूथ से बिना वोट डाले ही लौटना पड़ा.

न मतदाता पर्ची न वोटर लिस्ट में नाम

प्रशासन ने मतदाता पर्ची घर-घर बंटवाने के आदेश जारी किए, लेकिन कई वोटरों को ये मिली तक नहीं. चुनाव के दिन वे पोलिंग बूथों पर आईडी लेकर भटकते नजर आए, पर कोई सुनवाई नहीं हुई. इनमें से कई ऐसे भी थे जिनके पास वोटर आईडी और मतदाता पर्ची दोनों थीं पर उनका नाम ही वोटर लिस्ट में नहीं था.

जागरूक करने के लिए ये थी योजनाएं

. सेल्फी प्वाइंट बनाए गए

2. बेसिक के बच्चों से बजवाई डुगडुगी

3. जागरुकता एक्सप्रेस, नुक्कड़ नाटक

4. मतदाता जागरुकता रैली

7. पॉश एरिया में इलेक्शन किटी पार्टी

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यहां 37 प्रतिशत से कम पड़े वोट

. कन्या पाठशाला, इज्जतनगर : 34.94

2. मॉडल स्कूल, रेलवे कॉलोनी, इज्जतनगर : 34.8

3. प्राथमिक पाठशाला इज्जतनगर : 34.64

4. सूरजभान पब्लिक स्कूल, राजेंद्र नगर : 34.6

5. केद्रीय विद्यालय, आईवीआरआई : 34.32

6. हार्टमैन कॉलेज, कर्मचारी नगर : 31.28

7. सूरजभान कन्या इंटर कालेज, राजेंद्र नगर : 31.16

8. सुशीला गिरीश विद्यालय, बांके की छावनी : 30.81

9.कन्या पाठशाला, इज्जतनगर : 26.93

10. मॉडल स्कूल, इज्जतनगर : 26.83

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वर्जन

हमारे यहां इलेक्शन किटी पाटी आयोजित ही नहीं हुई. न ही हमें इसकी कोई सूचना मिली.

शुचि खंडेलवाल, राजेंद्र नगर.

मैं बाहर पढ़ाई करती हूं. मेरी फ्रेंड ने बताया था कि आईडी कार्ड साथ लेकर आने पर वोट देने को मिल जाएगा. मैं बूथ पर पहुंची तो बीएलओ ने ठीक से बात तक नहीं की. इस कारण वोट नहीं डाल सकी.

रिया मेहरोत्रा.

मतदाताओं को जागरुक करने के लिए जो भी योजनाएं चलाई गई, उन पर गहनता से अमल किया गया. हालांकि निर्धारित लक्ष्य से हम पीछे रह गए. इसका मलाल है. शहरवासी योजनाओं से संतुष्ट हैं.

सत्येंद्र कुमार सिंह, सीडीओ.