- महिला ने लगाया शिक्षक नेता पर उत्पीड़न का आरोप

- जसौली पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है मामला

BAREILLY:

सर मैं स्नेहा (परिवर्तित नामम) बात कर रही हूं, जसौली पूर्व माध्यमिक विद्यायल से, मुझे यहां पर बहुत प्रताडि़त किया जा रहा है और मैं सुसाइड करने जा रही हूं। प्राथमिक विद्यायल जसौली के प्रधानाचार्य हरीश बाबू शर्मा ने मुझे परेशान करके रखा हुआ है। वह मुझे मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। मेरे पास अब मौत के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं है। इन्ही शब्दों के साथ ट्यूजडे करीब 1:40 बजे नगर शिक्षा अधिकारी देवेश राय के पास एक फोन आया। फोन सुनते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में नगर शिक्षा अधिकारी ने एबीआरसी अनिल चौबे को मौके पर भेजा और महिला को सुसाइड करने से रोकने की बात कही। जब अनिल चौबे मौके पर पहुंचे तो उन्हें स्कूल का पूरा सामान इधर बिखरा मिला, कुर्सी मेज टूटी मिली। फोन करने वाली टीचर और हेड मास्टर भी स्कूल में ही मौजूद थे। बताया गया कि विवाद के चलते टीचर ने ही फर्नीचर तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने किसी तरह पूरे मामले को शांत कराया।

डेढ़ साल से प्रताडि़त करने का आरोप

दरअसल हरीश बाबू शर्मा जसौली प्राथमिक विद्यालय में हेडमास्टर के पद पर तैनात हैं। उन पर स्नेहा ने आरोप लगाया कि उन्हे पिछले डेढ़ साल से लगातार किसी न किसी बहाने प्रताडि़त किया जा रहा है। स्नेहा का कहना है कि 31 दिसम्बर को वह बीएलओ की डयूटी पर गई थी और उसके लिए बाकायदा अपनी एप्लीकेशन भी रख कर गई थी, लेकिन डयूटी से वापस आने पर रजिस्टर देखा तो पूरा रजिस्टर रिमार्क मिला उसमें लिखा था कि बिना बताए स्कूल से गायब हैं, इस बात की पुष्टि करे और साक्ष्य दें कि कहां गायब थीं। स्नेहा ने आरोप लगाया कि स्कूल का टाइम सुबह 10:00 बजे से दोपहर तीन बजे तक है और वह स्कूल सुबह 9:51 पर पहुंची इसके बाबजूद हरीश बाबू ने रजिस्टर पर लेट लिख दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि हरीश बाबू को सिर्फ उन्हीं से आपत्ति है। उनसे रजिस्टर पर आने-जाने का भी टाइम डलवाया जाता है लेकिन किसी और से नहीं।

बीएसए को लिखा कि प्रकरण गंभीर है

नगर शिक्षा अधिकारी अनिल चौबे ने बताया कि मौके पर पहुंचकर उन्होने मामले को शांत तो करा दिया लेकिन उन्होने बीएस को भी एक लेटर लिखा है कि इस मामले को गंभीरता से ले क्योंकि मामला बेहद सेंसटिव है। वहीं हरीश बाबू का कहना था कि स्नेहा के लगाए हुए आरोप एक दम निराधार हैं। उनके पास जसौली के प्राथमिक विद्यालय हेड मास्टर होने के साथ ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय का भी चार्ज सौंपा हुआ है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि वह दूसरे स्कूल में भी आकर बच्चों को पढ़ा लिया करे, जिस पर उन्होने आरोपों की झड़ी लगा दी।