- नगर निगम की ओर से शहर में लगाये पांच वाटर एटीएम में चार हो गये हैं बंद

- एजेंसी ने कर दिया वाटर एटीएम का कबाड़ा, लोगों को शुद्ध पानी के लिए हो रही परेशानी

सिगरा के रहने वाले अशोक फिलहाल घर में पीने के पानी के लिए बाजार से आरओ वाटर मंगाते हैं. इसके पहले वो नगर निगम के पास लगे वाटर एटीएम से पानी लेते थे. मगर गर्मी शुरू होते ही एटीएम ने पानी देना बंद कर दिया. कुछ यही हाल कबीरचौरा निवासी विकास का भी है. ये दो मामले तो महज बानगी भर हैं ऐसे तमाम शहरी हैं जिन्हें इन दिनों शुद्ध पानी के लिए तरसना पड़ रहा है या फिर पैसे खर्च कर प्यास बुझा रहे हैं. क्योंकि शहर में सात जगहों पर लगाये गये वाटर एटीएम में चार बंद हो गये हैं. एक वाटर एटीएम तो बिल्कुल नगर निगम ऑफिस के पास ही प्यासा पड़ा है. जबकि दो बनने के बाद भी चालू होने की बाट जोह रहे हैं. ऐसा लग रहा है जैसे वाटर एटीएम को गर्मी लग गयी है.

कई स्थानों पर लगे थे वाटर एटीएम

भीषण गर्मी में राहगीरों व शहर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए सात वाटर एटीएम (प्यूरीफिकेशन प्लांट) लगाए गए हैं. सारनाथ, कबीरचौरा, भोजूबीर, नगर निगम के पास लगे एटीएम बंद हैं. सिर्फ दुर्गाकुंड एटीएम से पानी मिल रहा है. जबकि दो की अभी तक शुरूआत नहीं हो सकी है. इसे बनाने के साथ ही ये दावा किया था कि इसके माध्यम से एक रुपये के मामूली शुल्क में एक लीटर शुद्घ और शीतल पानी लोगों को मुहैया कराया जाएगा. इसके लिए एक एटीएम पर करीब 10 लाख रूपए खर्च किये गये थे.

अब तक नहीं हुई शुरुआत

नगर निगम ने शहर भर में वाटर एटीएम बनाने की जिम्मेदारी ओएनजीसी एजेंसी को दे रखी है. मगर मैदागिन सहित एक अन्य स्थान पर तीन माह पूर्व लगा प्लांट अब तक चालू ही नहीं हो सका है. अस्सी क्षेत्र में भी कोयला मंत्रालय के सहयोग से बनाया गया वाटर एटीएम कुछ दिन चलने के बाद से ही बंद हो गया.

रखरखाव बनी समस्या

समुचित रखरखाव व देखभाल नहीं होने के कारण इन एटीएम की हालत खराब हो गयी है. कहीं वाटर एटीएम को बिजली नहीं मिल रही है तो कहीं पानी के लाले पड़ गये हैं. जिसकी वजह से ये वाटर एटीएम महज शो पीस बन गये हैं. अफसरों और विभागों की लापरवाही का नतीजा है कि इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बावजूद इस भीषण गर्मी में किसी की प्यास नहीं बुझ रही. यह योजना भी लगभग फ्लॉप होती नजर आ रही है.

मिनरल वाटर से बूझा रहे प्यास

हर साल गर्मी में राहगीरों को शहर के कई सार्वजनिक स्थानों में प्याऊ की जरूरत होती है. इसे देखते हुए नगर निगम प्रशासन द्वारा वाटर एटीएम से आरओ वाटर देने की शुरूआत की गई, लेकिन अब इसके भी बंद होने से प्यासों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है. प्याऊ और सरकारी नल भी न मिलने की वजह से मजबूरन लोगों को मिनरल वाटर की बोतल खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं.

एक नजर

10

लाख के करीब है एक वाटर एटीएम की कीमत

07

वाटर एटीएम लगाए गए हैं शहर में

05

एटीएम है फंक्शन

04

वाटर एटीएम में नहीं आता है पानी

2000

लीटर के हैं प्लांट के टैंकर

500

लीटर पानी फिल्टर होता है तीन घंटे में

वाटर एटीएम बंद होने की जानकारी नहीं थी. पता चला है कि पानी धीरे-धीरे फिल्टर होता है. इसलिए दोपहर में बंद कर दिया जाता है. इसे दोपहर में भी चालू रखने के लिए नई व्यवस्था बनाई जाएगी.

एके सिंह, अपर नगर आयुक्त