- वार्ड में मलेरिया की चपेट में आ रहे हैं लोग

- करीब 50 हजार की आबादी के बीच केवल 6 सफाईकर्मी

BAREILLY:

वार्ड नंबर 10 बड़ी विहार। सड़कों पर सीवर का पानी, गंदगी इस वार्ड की पहचान बन गई है। झाड़ू न लगने की वजह से कूड़ा कचरा सड़कों पर फैला रहता है। इन्हीं कचरे से नाले नालियां चोक हो गई हैं। अफसोस यहां लोगों को सीवर की गंदगी के बीच जीवन बसर करना पड़ रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 'स्मार्ट सिटी का नरक लोक' कैम्पेन के तहत इस मोहल्ले का सच कैमरे में कैद किया। पढि़ए ि1रपोर्ट

बिना रिश्वत नहीं होती सफाई

स्थानीय लोगों की मानें तो सफाई कर्मचारी रोज नहीं आते हैं। यदि आते भी हैं, तो जो लोग उन्हें नजराने में 100-50 रुपए देते हैं, उन्हें के घर के सामने सफाई होती है। लोगों के यह आरोप वार्ड में गंदगी की दास्तां बताने के लिए काफी हैं। हैरत की बात यह है कि नगर निगम के अधिकारी इस बात से अंजान बने हुए हैं।

फैल रहा है मलेरिया

वार्ड नंबर 10 के लोगों ने बताया कि गंदगी और जलभराव के चलते यहां बीमारियों ने भी अपना घर बना लिया है। नई बस्ती में रहने वाली जुबैदा ने बताया कि उनके दो बच्चों को इस पिछले हफ्ते ही मलेरिया हुआ है। वहीं दूसरी ओर एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बना हुआ है।

सभी नाले-नािलयां चोक

वार्ड 10 के सभी नाले-नालियां बुरी तरह से चोक पड़े हैं। जिसकी वजह से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पूरा नाला कचरे से पटा पड़ा है। लोगों ने बताया कि कई बार यहां के पार्षद से और नगर निगम में भी शिकायत की लेकिन दोनों में कोई सुनने को तैयार ही नही है।

केवल 6 सफाई कर्मचारी

पार्षद सलीम ने बताया कि इलाके की आबादी लगभग 50 हजार है और इतनी बड़ी आबादी के लिए केवल 6 सफाई कर्मचारी ही पूरे वार्ड में मौजूद है। नगर निगम में कई बार इलाके में सफाई कर्मचारी बढ़ाने के लिए कहा, लेकिन वहां से सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। अभी तक एक भी सफाई कर्मचारी नहीं बढ़ा है।

वर्जन

महीने बीत जाते हैं कोई भी सफाई कर्मचारी यहां सफाई करने नहीं आता है। यदि शिकायत भी करो तो उसका भी कोई असर नहीं होता है।

इरशाद, नूरी मस्जिद वाली गली

हम तो कई दिनों से इस नरक में जी रहे हैं। बच्चों को भी इसी नरक ने बीमार कर दिया। लेकिन यहां कोई ध्यान देने वाला ही नही है।

जुबैदा, नई बस्ती

स्कूल जाओ तो पूरी यूनिफार्म खराब हो जाती है। स्कूल में डांट पड़ती है कि गंदी यूनिफार्म पहनकर आ गई। कभी-कभी तो यहां गिर भी गए हैं।

मैविश, स्टूडेंट

यहां का आलम तो यह है कि यदि पैसे नही दो तो सफाई ही नहीं होगी। कई महीनों तक एक भी सफाई कर्मचारी यहां सफाई करने नही आता है।

अच्छन खां, नई बस्ती

वार्ड नंबर 10 के लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। जिसकी वजह से वहां गंदगी ज्यादा होती है। मंडे तक सभी जगहों पर सफाई करा दी जाएगी।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

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