- रविदास नगर सैलई में नगर निगम और विद्युत विभाग की लापरवाही से परेशान हैं लोग

फीरोजाबाद : शहर का मुहल्ला रविदास नगर। निगम की लापरवाही का दर्द यहां की जनता को हर पग पर झेलना पड़ रहा है। फीरोजाबाद नगर निगम में होने के बाद भी क्षेत्र के हालात बदतर हैं। नगर निगम के द्वारा क्षेत्र में कराए गए कई विकास कार्य अधूरे छोड़ दिए गए, जिनका खामियाजा जनता भुगत रही है। सड़कों पर गड्ढे ठोकरें दे रहे हैं तो रही-बची कसर बिजली विभाग पूरी कर रहा है। बिजली के पोल यहां नजर नहीं आते। क्षेत्रीयजनता खुद ही दूर से तार खींच कर लाती है जो आए दिन टूट कर हादसो का भी सबब बनते हैं तो अंधेरा तो मानो इस मुहल्ले के वा¨शदों के साथ जुड़ गया है। हाल यह है निगम द्वारा पाइप लाइन के लिए सड़क खोद कर डाल दी है, इसके बाद इसकी सुध नहीं ली।

रविदास नगर सैलई में अधिकांशत: दलित आबादी रहती है। ऐसा नहीं है नगर निगम ने यहां पर विकास कार्य नहीं कराए, लेकिन इन विकास कार्यों को नगर निगम ने अधूरा छोड़ दिया। कुछ गलियां पक्की बन गई हैं, लेकिन इन पक्की गलियों के ऊंची हो जाने से यहां पर कच्ची गलियां काफी नीची हो गई हैं। इससे बरसात के बाद यहां पर कई-कई दिन तक पानी भरा रहता है। नाली निर्माण में नगर निगम की अनदेखी का नतीजा है। घरों से निकलने वाला गंदा पानी घरों के आसपास भर रहा है जो क्षेत्रीयजनों का राह गुजरना दूभर कर रहा है तो बीमारियों का भी सबब बन सकता है। जलभराव की समस्या एक दो गलियों में नहीं बल्कि लगभग पूरे क्षेत्र से होते हुए मरघट तक जाती है। मरघट के आसपास भी ऊंची ऊंची गलियां पक्की करने के बाद यूं ही छोड़ दी गई हैं। जिससे यह स्थान अब गड्ढेनुमा हो गया है। हल्की सी बरसात में ही यहां जलभराव हो जाता है। क्षेत्रीयजनों का कहना है कि शव यात्रा में आने वाले लोगों को मरघट तक पहुंचने में काफी दिक्कत होती है।

मुहल्ले में पेयजल की भी कोई व्यवस्था नहीं है। विद्युत विभाग ने कनेक्शन बांटने के साथ घरों में मीटर तो लगा दिए, लेकिन क्षेत्र में विद्युतीकरण नहीं किया है। गलियों में पोल नहीं होने से कई लोगों को कनेक्शन तक नहीं मिल सके हैं। क्षेत्रीयजन आधा से एक किमी दूर से तार खींचकर बिजली जला रहे हैं। तारों के आए दिन टूटने से समस्याएं खड़ी होती हैं।