पिछले चौबीस घंटे में 40 सेमी बढ़ा गया गंगा का जलस्तर

यमुना में भी दिखा उफान, बोट क्लब की सीढि़यों पर पहुंचा पानी

ALLAHABAD: खतरा धीरे-धीरे आबादी की ओर बढ़ रहा है। इससे लोग अभी अनजान हैं। यदि नदियों के बढ़ने की रफ्तार ऐसी ही रही तो कभी भी पानी घरों में पहुंच सकता है। माहौल को देखते हुए संबंधित विभाग लगातार नदियों पर नजर बनाए हुए हैं। सबसे अधिक रफ्तार में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है तो यमुना में भी लहरें नजर आने लगी हैं। यदि जलस्तर में वृद्धि का यही हाल रहा तो जल्द ही बाढ़ के आसार बन सकते हैं।

थमने का नाम नहीं ले रही गंगा

पश्चिमी उप्र में हो रही बारिश का असर है कि गंगा का जलस्तर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही कारण है कि पिछले 24 घंटे में 40 सेमी जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि गंगा अभी खतरे के निशान से काफी दूर हैं। बता दें कि पिछले कई दिनों से गंगा में प्रतिदिन पांच सेमी बढ़ोतरी हो रही थी जो अचानक बढ़ गई है। कानपुर में गंगा बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद यह उफान दर्ज किया जा रहा है।

सफर तय करने में लगी यमुना

अभी तक यमुना शांत थी लेकिन अब यहां भी लहरें अपने रूप में आने लगी हैं। पिछले दो दिनों से यमुना का पानी बोट क्लब की सीढि़यों पर चढ़ने लगा है। शनिवार को चार से छह सीढि़यों को यमुना का पानी पार कर गया था। अधिकारियों की मानें तो यमुना में यह उफान चंबल, केन और बेतवा नदी की वजह से है। इन नदियों में पहाड़ों का पानी आने और एमपी में बारिश शुरू होने से पानी का दबाव बढ़ गया है। यदि यमुना में तेज बहाव आया तो इसका असर गंगा में भी दिखेगा।

पीछे हटने लगे हैं घाटिया

गंगा में उफान का आलम ये है कि संगम किनारे लगी दुकानें पीछे हटने लगी हैं। पिछले डेढ़ सप्ताह से रोज दुकानों को एक या दो कदम पीछे हटाने पर लोग मजबूर हैं। गंगा का पानी धीरे-धीरे अधिक स्थान लेता जा रहा है। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार इस साल देशभर में बेहतर मानसून होने की संभावना है। यदि ऐसा हुआ तो इलाहाबाद में नदियों का पानी थोड़ी-बहुत परेशानी पैदा कर सकता है।

गंगा में उफान बना हुआ है। पिछले चौबीस घंटे में चालीस सेमी पानी बढ़ा है। हालांकि अभी नदियां खतरे के निशान (84.734 मीटर)) से दूर हैं। दोनों नदियों के उफान पर हमारी नजर बनी हुई है।

मनोज सिंह,

अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग