-ट्रैफिक अवेयरनेस मंथ के दौरान पुलिस लाइंस में की गई चेकिंग

-एसएसपी ने ड्राइवर्स को अवेयर कर रैली को किया रवाना

<-ट्रैफिक अवेयरनेस मंथ के दौरान पुलिस लाइंस में की गई चेकिंग

-एसएसपी ने ड्राइवर्स को अवेयर कर रैली को किया रवाना

BAREILLY: BAREILLY: शहर की सड़कों पर ऑटो से एक्सीडेंट का खतरा और बढ़ गया है। इसकी वजह ऑटो ड्राइवर्स की आंखें कमजोर होना है। शहर के ख्0 फीसदी ऑटो ड्राइवर्स की आंखें कमजोर हैं। किसी को मोतियाबिंद है तो किसी को दूर का नजर नहीं आता है। यह चौंकाने वाली हकीकत पुलिस लाइंस में आयोजित आई चेकअप कैंप में सामने आयी है। ट्रैफिक अवेयरनेस मंथ के तहत ऑटो ड्राइवर्स की आंखों की जांच की गई। प्रोग्राम के दौरान एसएसपी मुनिराज जी ने ऑटो ड्राइवर्स को ट्रैफिक रूल्स के प्रति अवेयर कर रैली को रवाना किया।

क्80 ड्राइवर्स की आंखों की जांच

पुलिस लाइंस में चेकअप कैंप में आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर रंगनाथ की टीम ने ऑटो ड्राइवर्स की आंखों की जांच की। कैंप में क्80 ऑटो ड्राइवर्स की आंखों की जांच की गई। डॉक्टर रंगनाथ ने बताया कि करीब क्ख् ड्राइवर्स ऐसे थे जिनकी आंखों की रोशनी कम थी। इन सभी को चश्मा लगाने की जरूरत थी। सभी को चश्मा लगाने के लिए रिकमंड किया है। फ् ड्राइवर्स की आंखों में मोतियाबिंद पाया गया। क्भ् ड्राइवर्स ऐसे थे जिनकी रीडिंग पावर कम थी। इसी तरह क्ख् ड्राइवर्स ऐसे थे, जिन्हें दूर का नजर ही नहीं आ रहा था। कुछ पुलिसकर्मियों की आंखों की भी जांच की गई, जिन्हें आंखों में खतरनाक बीमारी थी। प्रोग्राम में एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार, आरटीओ उदयवीर सिंह व अन्य माैजूद रहे।

ऑटो की वजह से एक्सीडेंट

शहर में ऑटो की वजह से आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं। इसकी वजह है कि ऑटो ड्राइवर्स बेतरतीब चलते हैं। यह सवारी भरने के चक्कर में कहीं भी रास्ते में बिना सिग्नल दिए ऑटो रोक देते हैं, जिससे पीछे आ रहे वाहन चालक को दिक्कत होती है। कई बार तेज स्पीड में ऑटो चलने से पलट भी चुके हैं, जिनमें कई लोग घायल हुए हैं। अब ड्राइवर्स की कमजोर आंखों से भी एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ गया है।

ट्रैफिक का पढ़ाया पाठ

एसएसपी, एसपी ट्रैफिक और आरटीओ ने ऑटो ड्राइवर्स को ट्रैफिक रूल्स के बारे में अवेयर किया। उन्हें ट्रैफिक रूल्स पालन करने के बारे में बताया। इसके अलावा ऑटो ड्राइवर्स की रैली भी निकाली गई। रैली के दौरान ऑटो पर पोस्टर भी लगाए गए, जिसमें बिना सीट बेल्ट, बिना हेलमेट पहनकर वाहन न चलाने जैसे अवेयरनेस स्लोगन लिखे हुए थे। इसके अलावा शहर में चेकिंग अभियान भी चलाया गया।