नरही के प्राथमिक विद्यालय में रायफल और कारतूसों का जखीरा मिलने से हड़कंप

- बंद पड़े स्टोर रूम में बक्से में मिले रायफल और कारतूस

- करीब 40 साल से बंद स्टोर खंड शिक्षा अधिकारी का था कार्यालय

- हजरतगंज पुलिस ने काउंटिंग के बाद कब्जे में लेकर शुरू की जांच

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LUCKNOW : शहर की धड़कन कहे जाने वाले हजरतगंज स्थित नरही के प्राथमिक विद्यालय के 40 वर्ष से बंद स्टोर में शुक्रवार को रायफल और कारतूस का जखीरा मिला है। कमरे की सफाई के दौरान पुलिस के आ‌र्म्स एक बक्से में मिलें। यह देख मजदूरों के होश उड़ गये। स्कूल के अध्यापकों ने मामले की सूचना शिक्षा अधिकारी और पुलिस को दी। बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ एसपी पूर्वी, सीओ हजरतगंज और हजरतगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की।

सफाई के दौरान बक्से में मिला जखीरा
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया कि नरही के प्राथमिक विद्यालय परिसर में खंड शिक्षा अधिकारी अर्चना सिंह ने सूचना दी कि कार्यालय परिसर के कमरे में कारतूस मिले हैं। आकांक्षा समिति ने स्कूल को 15 दिन पहले ही गोद लिया है। शुक्रवार को समिति के मेंबर्स का निरीक्षण कार्यक्रम था। इस वजह से मजदूरों से साफ सफाई कराई जा रही थी। वर्षो से बंद पड़े स्टोर का ताला खोलकर जब उसमें रखे बक्से खोले गए तो कारतूस और रायफल मिले। मौके पर पहुंची पुलिस ने बक्से को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। बक्से में थ्री नाट थ्री और .22 बोर के खोखा और रायफल की सफाई का सामान मिला है। शुरुआती जांच में ज्यादातर कारतूस डमी निकले, जिनका इस्तेमाल किया जा चुका है। बैरल रायफल भी बरामद हुए। पुलिस अधिकारियों ने इसकी सूचना बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी।

ट्रेनिंग के दौरान यूज होने वाली है बुलेट
प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों से इस संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि कमरे में बक्से काफी साल से पड़े हुए थे। अध्यापकों ने बताया कि स्कूल कैंपस में खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय होता था। कार्यालय में सरकारी स्कूलों का कई सामान रखा जाता था जो सफाई के दौरान उस कक्ष से भी मिला है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह रायफल और खोखे एनसीसी में कैडेट्स को सिखाने के लिए रखी गई थी। इनसे कैडट्स को फायरिंग की ट्रेनिंग दी जाती होगी। संभावना जताई जा रही है कि उस समय के ही बचे हुए कारतूसों और रायफल को बक्से में रख दिया गया होगा। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है। बरामद डमी कारतूस और रायफल को जांच के लिए भेज दिया गया है। ज्यादातर कारतूस इस्तेमाल किए जा चुके हैं।

कारतूस देख सहमे बच्चे
नरही प्राथमिक विद्यालय में करीब 87 बच्चे शिक्षा लेते है। शुक्रवार सुबह जखीरा मिलने की सूचना पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। इस बीच स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। बच्चों ने जैसे ही पुलिस को कारतूस निकालते देखा वह सभी एक कोने में सहम कर खड़े हो गए। हालांकि अध्यापकों ने बच्चों को क्लास में पढ़ने के लिए भेज दिया।

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दिए जांच के आदेश
स्कूल के बंद पड़े कमरे में कारतूस और रायफल बरामद होने की सूचना पर मौके पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अमरकांत सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने स्कूल में मौजूद सभी अध्यापकों से पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ में पता चला कि जिस कमरे की सफाई हो रही थी वह चालीस साल से बंद पड़ा था। इसलिए बीएसए ने पूरे प्रकरण की जांच का आदेश दे दिया है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी स्कूल के पुराने अध्यापकों की डिटेल को एकत्र कर उनसे पूछताछ कर रही है।

जिंदा कारतूस से उठे सवाल
बक्से से कुछ जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं, जिसे देखने के बाद के बाद संदेह खड़ा हो रहा है। पुलिस का कहना है कि एनसीसी ट्रेनिंग में भी अगर इनका इस्तेमाल हुआ है तो डमी हथियारों को वह लोग अपने साथ वापस ले जाते हैं, लेकिन स्कूल परिसर में छोड़ने पर कई सवाल खड़ होते हैं।

ट्रेनिंग में यूज करने वाली है बुलेट
सीओ हजरतगंज अभय मिश्र ने बताया कि कैंपस में थ्री नाट थ्री और .22 बोर की जो बुलेट मिली है, वह ट्रेनिंग में यूज होने वाले आ‌र्म्स और बुलेट हैं। .22 बोर के बुलेट के खोखो की काउंटिंग के बाद पैकेट बनाकर रखे गए थे। मतलब साफ है कि यह आ‌र्म्स लिखा पढ़ी में रखे गए थे। उनके दस्तावेज तलाशे जा रहे है ताकि इन आ‌र्म्स से जुड़े सच को सामने लाया जा सके।

यह हुआ बरामद

चेम्बर स्टिक (रायफल साफ करने वाली लकड़ी - 12

चिंदी (रायफल साफ करने वाली लड़की में यूज होने वाला कपड़े का बंडल) - 10 बंडल

ब्लैंक खोखा (खाली कारतूस) - 92

ब्लैंक ड्रिल कारतूस - 125

.22 बोर के खोखा कारतूस - 142 पैकेट (हर पैकेट में करीब 50 से 60 खोखे)

विद्यालय परिसर स्थित एक बंद कमरे की सफाई के दौरान आ‌र्म्स और ब्लैंक खोखे मिले हैं। प्रथम दृष्टया यह सामान पुलिस फोर्स का लग रहा है। एनसीसी की ट्रेनिंग में भी आ‌र्म्स का यूज किया जाता है। शिक्षा अधिकारियों की मौजूदगी में आ‌र्म्स और कारतूस की गिनती कराकर उसे सीज किया गया है। आ‌र्म्स कैसे आए और किसके हैं इसकी जांच की जा रही है।

सर्वेश मिश्र, एसपी पूर्वी