- सप्लाई के पानी से रहता है जलभराव बारिश में हुआ तो होगा बुरा हाल

BAREILLY:

नगर निगम की लापरवाही के कारण इस बार भी अधिकांश मोहल्लों के लोगों को जलनिकासी की समस्या से जूझना पड़ेगा। नगर निगम जलनिकासी की समस्या को दूर करने के लिए अभी तक कोई ठोस प्रयास शुरू तक नहीं किया है। नाले और नालियां चोक पड़ी हुई हैं। जिससे आने वाले दिनों में शहरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि एक दिन पहले हुई प्री-मानसून बारिश में भी पूरे शहर के लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा था।

3 दिन में सफाई का दावा

नियमत: मई तक नाला और नाली सफाई का कार्य हो जाना चाहिए था। लेकिन शहर के बने 108 छोटे-बड़े नाले की सफाई का कार्य अभी तक नहीं पूरा हो सका है। हलांकि, नगर निगम के अधिकारी यह दावा कर रहे है कि तीन दिन के भीतर नाला सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। नगर निगम के अधिकांश वार्डो में जलनिकासी की समस्या रहती है। सुबह व शाम पानी सप्लाई के समय नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगता है। शहर के जोगी नवादा, कटरा चांद खां, गंगापुर, जगतपुर, सुभाषनगर आदि वार्डो में जलभराव की समस्या देखने को मिलती है।

ढलान मानक के अनुरूप नहीं

बारिश में यह समस्या विकराल रूप ले लेती है। नालियों की चौड़ाई कम होने से बारिश का पानी निकल नहीं पाता। खास बात यह है कि जो भी नाले बने हैं, उनका ढलान मानक के अनुरूप नहीं किया गया है। जिससे पानी भरने के बाद ही पानी आगे की ओर बढ़ता है। नगर निगम बोर्ड बैठक में भी जलनिकासी की समस्या का मुद्दा उठाया गया, लेकिन अभी तक इस दिशा में नगर निगम की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

पानी भरा तो लगाई टीम

प्री-मानसून में पूरे शहर में जलभराव होने के बाद नगर निगम को जलनिकासी की याद आई हैं। नगर आयुक्त ने बड़े नाला की सफाई के लिए अलग से कर्मचारियों को लगाने के अलावा 4 टीमें बनाई हैं। एक टीम में 20-20 कर्मचारियों को लगाया गया हैं। वेडनसडे को हुई बारिश के कारण जिन एरिया में जलभराव था वहां पानी निकासी का काम भी किया गया।

टीम बना कर नाला सफाई के लिए कर्मचारियों को लगा दिया गया है। 2-3 दिन में सफाई का कार्य पूरा हो जाएगा।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त