CHAIBASA: हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के रुइया गांव के टोला बूढ़ा माटासाई में पति ने अपनी 30 वर्षीय पत्नी शुक्रमनी कोड़ा उर्फ मदुई की गला दबाकर एवं पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस से बचने के लिए अपने बाप के साथ मिलकर अपने घर के आंगन में ही पत्नी के शव का दाह संस्कार भी करने की कोशिश की मगर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चिता को बुझाकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा भेज दिया। पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतका के पति बुरजू कोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है।


लोगों को दी जानकारी

ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की सुबह बुरजू कोड़ा ने गांव में जानकारी दी कि उसकी पत्नी शुक्रमनी कोड़ा ने घरेलू विवाद की वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घर जाकर देखा तो शव जमीन पर पड़ा था। पूछने पर बुरजू ने कहा कि उसी ने शव को उतारकर जमीन पर लिटा दिया है। वह पुलिस के चक्कर में नहीं पड़ना चाहता इसलिए गांव में ही इसे दफनाना है। कुछ ग्रामीण उसकी बातों में आकर घर से थोड़ा दूरी पर गड्ढा भी खोदने लगी। हालांकि कुछ लोगों को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ। शक होने पर गांव वालों ने शव दफनाने में मदद करने से इनकार कर दिया। बाप-बेटा अकेले शव को दफनाने के लिए ले जा नहीं सकते थे इसलिए घर के आंगन में ही लकड़ी की चिता बनाकर उसे जलाने लगे। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी।


मौके पर पहुंची पुलिस

पुलिस ने तुरंत गांव पहुंचकर शव को जलती चिता में से बाहर निकाला। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा ले आई। हाटगम्हरिया थाना प्रभारी का कहना है कि मामला हत्या का है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के बाद उसे जेल भेजा जाएगा। आरोपित बुरजू कोड़ा का कहना है कि उसने अपनी पत्नी की हत्या नहीं की है। घर में हुए आपसी विवाद के बाद पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। कानूनी विवाद में फंसने से बचने के लिए शव को दफनाने की योजना बनाई थी। मृतका शुक्रमनी तीनच्बच्चों की मां थी। बुरजू उसका दूसरा पति है। शुक्रमनी की पहली शादी मुफसिल थाना क्षेत्र के तोंडांगबासा गांव में हुई थी। तीनों बच्चे पहले पति के हैं। छह माह पूर्व उसने बुरजू से शादी कर ली। रविवार की रात को किसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच मारपीट हुई थी।