विकास की आस

- जीआईसी और नौचंदी मैदान के लिए लिखा जाएगा लेटर

- कैंट बोर्ड से एमडीए अधिकारियों की चल रही बातचीत

Meerut : सिटी में पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए एमडीए ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके लिए अलग-अलग लोकेशन के अलावा उस लोकेशन के मालिक को लेटर भी भेजे जा रहा है। आपको बता दें कि सिटी में पहली मल्टीलेवल पार्किंग पांच मंजिला होगी। एमडीए की ओर से इसका पूरा ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया है। साथ ही कमिश्नर की ओर से भी अप्रूवल मिल गया है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर है प्राधिकरण के इस ब्लूप्रिंट में

दो जगह की चिह्नित

विकास प्राधिकरण की ओर से मल्टी स्टोरी पार्किंग के लिए अभी दो जगहों पर अप्रोच किया जा रहा है। एक जीआईसी ग्राउंड और दूसरा जिमखाना मैदान। जीआईसी के लिए स्कूल प्रबंध और डिस्ट्रिक्ट एडमिनीस्ट्रेशन को लेटर लिखा जा रहा है। वहीं जिमखाना मैदान के लिए नगर निगम को लेटर लिखा जा रहा है। प्राधिकरण के अधिकारियों की माने तो दोनों मैदानों के पर्याप्त लैंड है। वहां पर पार्किंग डेवलप आसानी से की जा सकती है। प्राधिकरण अधिकारियों की माने तो उन्हें जीआईसी मैदान से ज्यादा उम्मीदें हैं। क्योंकि जिमखाना मैदान नगर निगम के पास लीज पर है और सब लीज करना थोड़ा टफ है।

पांच मंजिला होगी पार्किंग

प्राधिकरण के ब्लू पि्रंट में जो उसकी ऊंचाई हैं वो पांच मंजिला है। प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर की माने तो इस पार्किंग के तहत दो फ्लोर अंडरग्राउंड होंगे। एक ग्राउंड पर तो दो फ्लोर ग्राउंड के ऊपर होंगे। जिसके लिए उतनी ही लैंड की जरुरत भी होगी। चीफ इंजीनियर के अनुसार पार्किंग के लिए मेरठ में लैंड की काफी कमी है। इसलिए यहां पर मल्टीलेवल पार्किंग का कांप्सेप्ट लाया जा रहा है।

ख्ख् से ख्भ् स्क्वायर मीटर एक कार का स्पेस

प्राधिकरण के ब्लू प्रिंट में पार्किंग में एक कार के लिए ख्ख् से ख्भ् स्क्वायर मीटर के स्पेस की जरुरत होती है। अगर एक फ्लोर के लिए करीब म्0 कारों की बात की जाए तो करीब क्भ्00 स्क्वायर मीटर की जरुरत पड़ेगी। बाकी क्भ्00 स्क्वायर मीटर की लैंड कारों को दौड़ाने के लिए ट्रैक की जरुरत होगी। यानि कुल फ्000 स्क्वायर मीटर में पांच मंजिला भवन तैयार कर करीब फ्00 गाडि़यों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जा सकती है।

करीब फ्0 करोड़ रुपए प्रोजेक्ट

फ्00 कार पार्किंग के इस प्रोजेक्ट का बजट करीब फ्0 करोड़ आंकी जा रही है। प्राधिकरण ने जो बजट पर जो काम किया है जरा उसे समझने कोशिश करते हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो एक कार पार्किंग के स्पेस डेवलप करने में 8 लाख रुपए खर्चा आएगा। अगर हम फ्00 कारों के लिए मल्टी लेवल पार्किंग को बनाने का सपना देखते हैं तो करीब ख्ब् करोड़ रुपए सिर्फ पार्किंग स्पेस डेवलप करने के लिख खर्च करने होंगे। म् करोड़ रुपए दीवार बनाने ट्रैक बनाने और अन्य चीजों पर खर्च किए जाएंगे।

जीआईसी पार्किंग बनने से किन मार्केट को होगा फायदा

- बेगमब्रिज रोड मार्केट

- बेगमपुल मार्केट

- आबूलेन मार्केट

- सदर मार्केट

- पीएल शर्मा रोड मार्केट

जिमखाना पार्किंग से इन्हें होगा फायदा

- बुढ़ाना गेट मार्केट

- बच्चा पार्क मार्केट

- खैर नगर मार्केट

- ईव्ज मार्केट

- सुभाष बाजार

बॉक्स

टाउन हॉल में भी पार्किंग प्लान

वहीं प्राधिकरण टाउन हॉल के खाली पड़े हिस्से भी पार्किंग डेवलप करने की तैयारी कर रहा है। पार्किंग के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों की बातचीत भी हो गई है। चीफ इंजीनियर की माने तो यहां सिंपल पार्किंग के अलावा पार्क भी डेवलप किया जाएगा। ताकि वहां की खूबसूरती में चार चांद लग सके।

यहां की मार्केट को होगा फायदा

- घंटाघर मार्केट

- मीना बाजार

- सर्राफा बाजर

- कबाड़ी बाजार

- कोटला मार्केट

प्राधिकरण जगह तलाश रहा है। पत्राचार और बातचीत का दौर जारी है। हमें सब जगह से अप्रूवल मिल चुका है। यहां पार्किंग की बेहद जरूरी है। सिटी को फायदा होगा।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, एमडीए