दो प्रतिशत से अधिक बच्चे स्वेटर से वंचित

1372 स्कूलों में स्वेटर वितरण होना था जिले में

2 स्कूलों में नहीं बांटे जा सके हैं स्वेटर

2575 बच्चों को स्वेटर नहीं बांटे जा सके

121583 स्टूडेंट्स पंजीकृत थे विभाग की ओर से

119008 स्टूडेंट्स को ही स्वेटर बांटा जा सका है

1 करोड़, 17 लाख, 47 हजार 523

रूपये का बजट भी जारी किया था शासन ने

Meerut। आधी से ज्यादा सर्दी बीतने के बावजूद भी अभी भी जिले में 2575 बच्चों को स्वेटर नहीं मिल सका है। बेसिक शिक्षा विभाग की तमाम कवायदों के बाद भी जिले में 100 फीसदी स्वेटर वितरण नहीं हो सका है। स्वेटर वितरण को लेकर शासन को भेजे गए आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है। जिसके बाद शासन ने विभाग से दो प्रतिशत बच्चों को स्वेटर न बांटे जाने को लेकर जवाब तलबी करते हुए रिपोर्ट मांगी है।

यह है मामला

विंटर सीजन के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में पहले से आठवीं तक के स्टूडेंट्स को फ्री स्वेटर का वितरण किया जाता है। इस योजना के तहत इस साल शासन ने नवंबर में ही विभाग को स्वेटर वितरण के निर्देश जारी कर दिए थे। इस दौरान जिले के 1372 स्कूलों में स्वेटर वितरण होना था, लेकिन सर्दी का आधा सीजन बीतने के बाद भी दो स्कूलों के 2575 बच्चों को स्वेटर नहीं बांटे जा सके हैं। विभाग की ओर से 121583 स्टूडेंट्स पंजीकृत थे। आंकड़ों के मुताबिक 119008 स्टूडेंट्स को ही स्वेटर बांटा जा सका है। शासन ने स्वेटर वितरण के लिए विभाग को 1 करोड़, 17 लाख, 47 हजार पांच सौ तेईस रूपये का बजट भी जारी कर दिया है।

मांगी रिपोर्ट

प्रदेशभर के जिलों में स्वेटर वितरण को लेकर हुई समीक्षा में शासन ने विभाग से बचे हुए बच्चों को स्वेटर न बांटने को लेकर रिपोर्ट मांगी है। शासन ने स्कूलों के नाम समेत स्वेटर नहीं बांटे जाने की वजह की तत्काल सूचना बीएसए को देने को निर्देश भी जारी किए हैं। वहीं बेसिक शिक्षा विभाग के डायरेक्टर ने भी बीएसए से जवाबतलबी करते हुए पोर्टल पर दिए गए आधे-अधूरे डाटा पर जवाब मांगा है।

सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से स्वेटर वितरण की रिपोर्ट मांगी गई हैं। पोर्टल पर तकनीकी खामी की भी जांच करवाई जा रही है।

सतेंद्र कुमार ढाका, बीएसए, मेरठ।