अमोनिया रिसाव में महिला की मौत पर की गई मुआवजे की मांग

ALLAHABAD: शंकरढाल मोहल्ले में रहने वाले पांच दर्जन से अधिक लोगों की जान सांसत में डाल देने वाली आइस फैक्ट्री सिर्फ पुलिस की 'कृपा' से चल रही थी। 12 साल तक आंख मूंदे रहे अफसर शुक्रवार की रात घटना के बाद जागे और जांच करने पहुंचे तो पता चला कि फैक्ट्री का सब कुछ फर्जी है। पर्यावरण और फायर विभाग के अधिकारियों ने घंटों पड़ताल की। मृतका के परिजनों व मोहल्ले के लोगों ने अफसरों से फैक्ट्री को हटाने व मुआवजे की मांग की।

पुलिस ने दे रखी थी मौन स्वीकृति

शंकरढाल के लोगों का आरोप है कि नैनी पुलिस के संरक्षण में ही फैक्ट्री चल रही थी। मालिक मानिक चन्द्र केसरवानी 12 वर्षो से फैक्ट्री चला रहा था और कागज पर यह निर्माणाधीन थी। लोगों ने कहा कि कुछ दिनों पहले ही मानिकचन्द्र के भाई रामचन्द्र केसरवानी ने कुछ दूरी पर अपनी फैक्ट्री लांच की थी। इसका उदघाटन भी 16 अप्रैल को होने वाला है। मोहल्लेवासी भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे हैं कि हादसा आधी रात को नहीं हुआ। लोग गहरी नींद में होते तो कई को जान से हाथ धोना पड़ता। मनीष कुमार ने बताया कि जिस वक्त हादसा हुआ आस पास चहल-पहल थी। लोग सुरक्षित स्थान की तरफ भागने लगे।

नदारत है फैक्ट्री मालिक

शनिवार को ओम आइस फैक्ट्री पहुंचे करछना एसडीएम गणेश साहा को फैक्ट्री मालिक नदारत मिला। एसडीएम ने फैक्ट्री के कुछ कर्मचारियों से भी पूछताछ की। जांच में सामने आया कि फैक्ट्री संचालन का लाइसेंस ही नहीं है। इसके बाद एसडीएम ने नैनी थाने में मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया है।

कंट्रोल करने के लिए दिनभर प्रयास

शुक्रवार को आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस रिसाव के बाद फायर ब्रिगेड की पांच गाडि़यां भेजी गई थी। शनिवार को भी तीन गाडियां भेजी गई थी। दूसरे दिन भी इलाके में सांस लेना दूभर था। इसके चलते लोग घर छोड़ रिश्तेदार के यहां चले गए। फैक्ट्री से निकली अमोनिया गैस को डायलूड करने का प्रयास पूरे दिन चला।

गैस रिसाव से बेहोश लोगों में सुधार

अमोनिया गैस रिसाव से दर्जन भर से अधिक लोग बेहोश हो गए थे। इसमें आयुषी, राम भजन, अश्वनी, जानकी, अनिरूद्ध, अंकुर, सान्या, अनुज केसरवानी, अनू, नीलिमा, दया समेत अन्य लोगों की हालत में सुधार है। बता दें कि शुक्रवार रात आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस रिसाव से जहरीली गैस हवा में घुल गयी और दर्जनों की हालत बिगड़ गई। प्रमिला नामक महिला की मौत हो गई।

महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है। मुआवजे के लिए यह अफवाह फैलाई गई। जांच की जा रही है। फैक्ट्री संबंधित कोई लाइसेंस नहीं मिला है। तहरीर मिलते ही एफआइआर दर्ज की जाएगी। मालिक की तलाश की जा रही है।

दीपेंद्र नाथ चौधरी, एसपी यमुनापार

घटना गंभीर है और इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। एडीएम प्रशासन, खाद्य सुरक्षा विभाग, यमुनापार एसपी, उद्योग विभाग, अग्निशमन अधिकारी समेत कई अधिकारियों की कमेटी मामले की जांच कर रही है।

सुहास एलवाई,

डीएम