-महिला आयोग की सदस्य के सामने रो पड़ीं पुलिस की हिकारत व दबंगों के अत्याचार की शिकार महिलाएं

PRAYAGRAJ: तिमाही समीक्षा करने और फरियाद सुनने पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषारानी के सामने बुधवार को फरियादियों के दर्द आंसू बन छलक पड़े। महिलाओं ने बताया कि वह लगातार थाने का चक्कर लगा रही हैं। इसके बावजूद पुलिस कार्रवाई न कर जख्मों पर नमक रगड़ रही है।

केस-1

झूंसी के सोनौटी गांव की एक युवती ने बताया कि गांव के कुछ दबंग 16 अक्टूबर को घर पर चढ़कर खींचने लगे। चीख सुनकर परिजन बचाने पहुंचे तो दबंगों ने उसका कपड़ा फाड़ दिया और लोहे की रॉड से जमकर पिटाई किए। शिकायत पर मेडिकल हुआ रिपोर्ट दर्ज की गई। गिरफ्तारी के लिए थाने पहुंची तो पुलिस उल्टा उस पर ही समझौता करने का दबाव बना रही है।

केस 2

जमशेदपुर ले जाकर धंधे के लिए मजबूर करने वाले पति का विरोध की तो ससुरालियों ने धर से भगा दिया। मायके वालों को भी ससुरालियों ने गायब करा दिया। यह आरोप मासूम बच्चे को गोद में लेकर शिकायत करने पहुंची प्रतापगढ़ बिहार बाजार की महिला के हैं। उसने बताया कि ससुराल वाले एबॉर्शन की जिद कर रहे थे। मंशा सफल न होने पर मारापीटा। पुलिस से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई आज तक नहीं हुई।

केस 3

दबंग द्वारा रेप के प्रयास की शिकार थरवई एरिया के गारापुर की महिला ने बताया कि 15 अक्टूबर को शौच के लिए गई थी। गांव के एक दबंग ने उसे दबोच लिया और रेप का प्रयास किया। किसी तरह खुद को छुड़ाकर वह घर पहुंची। परिवारीजन शिकायत करने थरवई थाना पहुंचे। पुलिस कार्रवाई के बजाय सुलह का दबाव बनाने लगी।

केस 4

फूलपुर निवासी मसूद अहमद की पत्नी साबरीन भी यहां शिकायत करने पहुंचीं। बताया कि पति सऊदी में नौकरी करता है। ससुराल वाले घर में नहीं रहने दे रहे हैं। अब पति भी बात नहीं करता। पुलिस को तहरीर दी, मगर आज तक इस मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं हुई।

बॉक्स

तीन माह में दर्ज महिला उत्पीड़न के केस

हत्या धारा 302 05

रेप टु मर्डर निल

दहेज हत्या 15

रेप 12

सामूहिक रेप 02

महिला उत्पीड़न 315

शीलभंग 156

छेड़खानी निल