-थाने पर आने वाले शिकायतों का रखेंगी रिकार्ड

-पब्लिक से फीडबैक लेकर तैयार करेंगी डाटा

-शिकायतें दर्ज कर निस्तारित कराने तक की होगी जिम्मेदारी

एडीजी का फरमान
एडीजी दावा शेरपा ने जोन के सभी पुलिस कप्तानों को निर्देश जारी कर हर थाने में एक महिला पुलिसकर्मी को बतौर ड्यूटी अधिकारी तैनात करने के निर्देश दिए हैं। थानों पर महिला इंस्पेक्टर से लेकर आरक्षी तक को ड्यूटी अधिकारी बनाया जाएगा। महिला ड्यूटी अधिकारियों की ड्यूटी थाने में सुबह आठ बजे से लेकर शाम सात बजे तक रहेगी।

शिकायत दर्ज कर लेंगी फीडबैक
एडीजी के मुताबिक, शिकायतकर्ता थाना प्रभारी के साथ ही ड्यूटी अधिकारी को भी अपनी समस्या से अवगत कराएंगे और उनसे फीडबैक भी ले सकेंगे। थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में ड्यूटी अधिकारी समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण भी करेंगी। ड्यूटी अधिकारी की यह भी जिम्मेदारी होगी कि वे शिकायत दर्ज करने के बाद रोज शिकायती रजिस्टर को थानेदार के समक्ष प्रस्तुत करेंगी और आने वाली शिकायतों और उनके निस्तारण की जानकारी भी देंगी। रजिस्टर में शिकायतें दर्ज करने के साथ ही महिला ड्यूटी अधिकारी को कम से कम 25 प्रतिशत मामलों का अपडेट भी लेना होगा।

क्राइम मीटिंग में रहेगा रजिस्टर
जिलों में हर माह होने वाली क्राइम मीटिंग में भी महिला ड्यूटी अधिकारी को शिकायती रजिस्टर के साथ मौजूद रहना होगा। जिले के कप्तान थानों पर आने वाली शिकायतों और उसके निस्तारण के बारे में ड्यूटी अधिकारी से जानकारी हासिल करेंगे। इसके अलावा अलग से सभी महिला ड्यूटी अधिकारियों के साथ बैठक कर शिकायतों और उनके निस्तारण की समीक्षा करेंगे.

क्या कहते हैं अफसर

थानों पर आने वाला हर व्यक्ति परेशान होता है। ऐसे में अगर उसे तत्काल पुलिस की मदद नहीं मिलती तो उसकी समस्या और बढ़ जाती है। इससे पुलिस व पब्लिक के बीच दूरी भी बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए यह पहल शुरू की गई है। इससे थानों की कार्यप्रणाली में काफी सुधार होगा.
दावा शेरपा, एडीजी