जमशेदपुर। मानगो क्षेत्र के उलीडीह थाना अंतर्गत सुभाष कॉलोनी रोड नंबर एक निवासी ललन सिंह के बेटे चंद्र प्रताप सिंह उर्फ विशाल सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात गुरुवार रात की है। गोली मारने के बाद क्रिमिनल्स ने पत्थर से विशाल का सिर कुचल डाला और फरार हो गए। जाते समय अपराधी विशाल सिंह का दो मोबाइल फोन और जेब में रखे 35 हजार रुपए भी ले गए।

हत्या का मामला दर्ज

शुक्रवार को टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के शीतगृह से शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजन को सौंप दिया। मृतक चंद्र प्रताप सिंह उर्फ विशाल सिंह के पिता ललन सिंह के बयान पर उलीडीह थाना में गणेश सिंह, अंकित शर्मा, बबलू थापा, ¨रकू श्रीवास्तव, उत्तम महतो, विकास काना, झब्बू, शोले व अन्य के खिलाफ साजिश रच गोली मारकर हत्या करने का मामला दर्ज हुआ है।

पांच गोली मारी गई

मानगो डिमना रोड सुभाष कॉलोनी रोड नंबर एक निवासी विशाल सिंह की हत्या अपराधियों ने गोली मार व पत्थर से कूचकर किया। हत्यारों ने दो पिस्तौल से विशाल को कुल पांच गोली मारी। सिर में एक, गर्दन के अगल-बगल दो तथा पेट में दो गोली मारी।

उत्तम व बबलू ने मारी गोली

प्रत्यक्षदर्शी व विशाल सिंह के साथी ने पुलिस को बताया कि शाम के समय विशाल व रोशन मिश्रा शंकोसाई मेन रोड के पास स्थित बालू गोदाम के पास बैठकर बीयर व शराब पीने का प्रोग्राम बनाया। इसके बाद विशाल सिंह ने कहा चलो खडि़या बस्ती स्थित जमीन के पास हवा में बैठकर शराब का आनंद उठाया जाए। विकास गिरी व रोशन मिश्रा ने बताया कि खडि़याबस्ती स्थित जमीन पर एक क्वार्टर शराब व बीयर पीने के बाद विशाल आइसक्रीम खा रहा था। इसी बीच कुछ लोगों के आने की आहट सुनाई दी। आहट आते ही विकास गिरी ने मोबाइल का टार्च जला दिया। टार्च जलाते ही देखा कि आठ की संख्या में लोग थे। जिसमें उत्तम महतो सबसे आगे था और उसके पीछे बबलू थापा था। दोनों के हाथ में पिस्तौल थी। उत्तम महतो सबसे पहले आया और विशाल को गाली देते हुए उसके कनपटी पर एक घुसा मारा। चूंकि विशाल नशे में था इससे वह गिर गया। इसके बाद उत्तम महतो और बबलू थापा ने फाय¨रग कर दी। इसके बाद हम तीनों वहां से भाग गए।

छह माह में उजड़ा सुहाग

विशाल की शादी नवंबर, 2017 में पिंकी कुमारी से हुई थी। महज छह माह में ही पिंकी का सुहाग उजड़ गया। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर लाया गया, पत्‌नी पिंकी कुमारी, मां, पिता ललन सिंह, भाई, मामा आदि का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पत्‌नी पिंकी तो बार-बार बेहोश हो रही थी। मौके पर विशाल सिंह के साथी कसम खा रहे थे कि जो भी हत्या किया है, उसकी भी मौत इसी तरह होगी।

तो बच जाती जान

विशाल के पिता ललन सिंह बार-बार यही कह रहे थे कि बेटा यदि मेरी बात मान लेता तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। ललन सिंह ने पुलिस को बताया कि गुरुवार की रात लगभग आठ बजे जब मैं शंकोसाई रोड नंबर चार के पास आए तो देखा कि विशाल वहां खड़ा है। मैंने कहा कि चलो घर। इस पर विशाल ने कहा कि पापा आप घर जाइए, मैं 10 मिनट में आता हूं, क्योंकि मेरी बाइक लेकर विकास व रोशन गए हैं। ललन सिंह के अनुसार मैं शंकोसाई से आगे बढ़कर चेकपोस्ट के पास आ गया। सोचा कि विशाल आएगा तब साथ में घर जाएंगे। ललन सिंह के अनुसार जब आधा घंटा हो गया तो मैं वापस शंकोसाई रोड नंबर चार पहुंचा। वहां पर विशाल नहीं था। इसके बाद फोन आया कि विशाल को गोली लगी है।