- परिजनों ने लगाया हत्या कर शव लटकाए जाने का आरोप

- जेब में रखे 50 हजार रुपये हुए गायब, पुलिस जांच में जुटी

आगरा। वर्ष 2004 में उसका अपहरण हो गया, 10 वर्ष बाद 2014 में घर लौटा। अपने खो चुके बेटे को पाकर परिवारीजनों की खुशी का ठिकाना नहीं था कि बुधवार को उसका शव झरना नाले पर पेड़ पर लटका मिला। मामले में परिवार ने हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना था कि ऐसा कोई कारण नहीं था कि वह आत्महत्या करे।

कोरियर देने गया था

आवास विकास कॉलनी सेक्टर-14 निवासी 24 वर्षीय कमल पुत्र कोतवाल सिंह सिकंदरा स्थित कोरियर में काम करता था। पिता लोडिंग टेम्पो चालक हैं। 21 मई की सुबह आठ बजे वह बाइक से हाथरस कोरियर देने के लिए निकला था। वहां से लौटने के दौरान वह खंदौली निवासी अपनी बहन के यहां पर आ गया। उसने बहन के यहां आने पर पिता को फोन कर बताया। मंगलवार सुबह उसने अपने कजिन आकाश को फोन कर बताया कि वह घर के लिए निकल गया है। लेकिन इसके बाद वह घर नहीं आया। परिजनों ने उसे कॉल किया। रिंग गई पर मोबाइल नहीं उठाया। दोपहर दो बजे के बाद मोबाइल बंद हो गया। परिजन उसकी तलाश कर रहे थे कि रात सात बजे पुलिस ने कॉल कर उसके पेड़ पर फांसी लगाए जाने की सूचना दी। उसका शव झरना नाला के पास एक पेड़ पर लटका हुआ था। परिजनों का कहना कि उसकी हत्या कर उसे वहां पर लटकाया गया है। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। परिजनों का आरोप है कि उसके पास 50 हजार रुपये थे जो अब नहीं है।

14 वर्ष बाद लौटा था घर

परिजनों ने बताया कि वर्ष 2004 में वह वीडियो गेम खेलने गया था। उस दौरान कोई उसे उठा ले गया। इसके बाद परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। वर्ष 2014 में गंगा दशहरा वाले दिन अचानक वह घर पर आ गया। जब वह घर आया तो काफी बड़ा हो चुका था। उसने अपने परिवार को पहचान लिया। उसने बताया कि उसे मात्र इतना याद है कि उसे टूंडला ले जाया गया था। इसके बाद कुछ याद नहीं। वह जंगल में भटकता रहा। उसे एक ट्रैक्टर वाला मिला। उसे पूरी कहानी बताई, तो उसने मदद की। वह उसे बस स्टैंड तक छोड़ गया, जिससे वह घर आ सका।